GANGA APWAH TANTR /गंगा अपवाह तंत्र
- गंगा अपवाह तंत्र के अंतर्गत छत्तीसगढ़ के सरगुजा बिलासपुर एवं रायगढ़ जिले के अंतर्गत आते है।
- गंगा का सर्वाधिक प्रवाह क्षेत्र सरगुजा में है।
- इस अपवाह तंत्र में नदी का बहाव उत्तर की ओर है।
- छत्तीसगढ़ के लगभग 12 से 13 % आता है।
सहायक नदियां :-
सोन नदी :-
उद्गम - बंजारी पहाड़ी पेंड्रा बिलासपुर
पूर्व से पश्चिम की ओर बहते हुए मध्यप्रदेश , और उत्तरप्रदेश से होकर पटना गंगा नदी से मिल जाती है।
सहायक नदी। बन्नास , गोपत , कन्हार , रिहन्द , बिजली
रिहंद नदी :-
उद्गम - मतिरंगा पहाड़ी जिला - सरगुजा
संगम - रेणुकूट up सोन नदी पर
कुल लम्बाई - 145 किमी
सहायक नदी - महान , मोरनी , सूर्या , घुनघुट्टा , गोबरी ,
विशेष :- इसे सरगुजा की जीवन रेखा कहते है।
इस नदी पर उत्तरप्रदेश में गोविन्द वल्लभ पंथ सागर जलासय का निर्माण किया गया है जिसे रिहन्द बांध भी कहाजाता है। सोन नदी की सबसे बड़ी सहायक नदी है ।
कन्हार नदी :-
उद्गम - बखाना चोंटी तहसील - बगीचा जिला - जशपुर
प्रवाह - जशपुर , बलरामपुर
अन्य नाम - प्राचीन में रेणुनदी
लम्बाई - 115 किमी
सिमा - छत्तीसगढ़ और झारखण्ड की सिमा रेखा बनता है
जलप्रपात - कोटरी जलप्रपात
संगम - सोननदी से उत्तरप्रदेश में
बनास नदी :-
उद्गम - कोरिया सोनहत की पहाड़ी
सहायक नदी - गोपद
प्रवाह - कोरिया
गोपद नदी :-
उद्गम - रांची की पहाड़ी सूरजपुर
संगम - छत्तीसगढ़ मध्यप्रदेश की सिमा में बनास से
प्रवाह कोरिया
नर्मदा नदी अपवाह तंत्र /narmada apvah tantr
narmada /नर्मदा नदी
उद्गम :- अमरकंटक जिला -शहडोल म. प्र .
प्रवाह - म. प्र. गुजरात
समापन - अरबसागर
विशेष :- पश्चिम की ओर बहाने वाली लम्बी नदी है।
बंजर नदी :-
उद्गम - कवर्धा
प्रवाह :- कवर्धा , म. प्र.
समापन :- नर्मदा नदी में म. प्र. पर
ताड़ नदी :-
उद्गम - कवर्धा
प्रवाह - कवर्धा , म. प्र.
संगम - म.प्र. में नर्मदा नदी में
विशेष :- नर्मदा सबसे छोटी अपवाह तंत्र छत्तीसगढ़ का
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