भारत का प्राचीन इतिहास
भारत का प्राचीन इतिहास जानने के लिए बहुत से स्त्रोत है। साथियो ये लेख प्रतियोगी परीक्षा को ध्यान में रख कर बनाया गया है आशा करता हूँ आप लोगों को अच्छा लगा होगा। अच्छा लगे तो शेयरकरे और हमें कमेंट्स जरुर करें
इतिहास के जनक -हेरोडोटस (ग्रीक )
कृति - हिस्टोरिका
1 प्रागैतिहासिक काल - मानव के जन्म से 5000 ई. पु.
2 आधऐतिहासिक काल - 5000 ई. पू. से 600 ई. पु. तक
3 ऐतिहासिक काल 600 ई. पु. से आजतक
अर्थात इसके सम्बन्ध में कोई लिखित प्रमाण या सामग्री नहीं है।
अधऐतिहासिक काल Epochal period- पुरातात्विक और लिखित सामग्री प्राप्त हुई किन्तु अभी तक उसे पढ़ा नहीं जा सका है। उदा।:- सिंधुघाटी सभ्यता
ऐतिहासिक काल Historical period- इस काल का लिखित सामग्री प्राप्त हुआ है साथ ही पुरातात्विक दोनों के आधार पर अध्ययन किया जाता है।
प्राचीन भारतीय इतिहास की जानकारी के स्रोत (Sources of ancient Indian history information)
a . पुरातत्व सामग्री Archaeological materials - उत्खनन से प्राप्त सामग्री अवशेष ,समाक ,सिक्के ,भोजपत्र ,ताम्रपत्र ,अभिलेख ,
b. साहित्यिक स्रोत Literary sources
c. विदेशी यात्रियों का विवरण
नवपाषाण काल - आग , पहिया ,धातु की खोज और उपयोग
अभिलेख - सबसे प्राचीनतम अभिलेख 1400 ई. पू. का बोगज कोई अभिलेख है जो एशिया माइनर से प्राप्त हुआ है। इसमें इंद्र ,मित्र वरुण। दैविक देवताओं का उल्लेख है। इससे स्पस्ट होताहै की आर्य मध्य एशिया से आये थे.
भारत में सबसे पुराने अभिलेख सिंधुघाटी सभ्यता की अभिलेख है जो अभी तक पढ़े नहीं जा सके है।
भारत में सबसे प्राचीनतम अभिलेख जिसे पढ़ा जा सका है। अशोक का अभिलेख है जिसे सर्वप्रथम जेम्स प्रिंसेस ने 1837 पढ़ा था। इसकी भाषा प्राकृत भाषा है।
सिक्के और मुद्राएं :-
प्राचीन कालीन सिक्के मुद्राएं कहलाते थे। ये चंडी के बने होते थे जिसमे पेड़,पौधे,पर्वत ,पुष्प ,अदि के ठप्पे लगे होते थे इस लिए इसे आहत सिक्के खा जाताहै।
कम्बोडिया स्थित अंकोरवाट का मंदिर इनमे रामायण की चौपाईयां लिखी मिली है।
इंडोनेशिया का बोरोबुदुर मंदिर बौद्ध धर्म से सम्बंधित है।
अजंता गुफाओ की चित्रकला (प्राचीनतम) है।
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भारत का प्राचीन इतिहास जानने के लिए बहुत से स्त्रोत है। साथियो ये लेख प्रतियोगी परीक्षा को ध्यान में रख कर बनाया गया है आशा करता हूँ आप लोगों को अच्छा लगा होगा। अच्छा लगे तो शेयरकरे और हमें कमेंट्स जरुर करें
इतिहास के जनक -हेरोडोटस (ग्रीक )
कृति - हिस्टोरिका
1 प्रागैतिहासिक काल - मानव के जन्म से 5000 ई. पु.
2 आधऐतिहासिक काल - 5000 ई. पू. से 600 ई. पु. तक
3 ऐतिहासिक काल 600 ई. पु. से आजतक
- 600 ई. पू. से 1206 ई. तक प्राचीन इतिहास
- 1206 ई. से 1757 ई. तक मध्यकालीन इतिहास
- 1757 से 1947 तक आधुनिक इतिहास
अर्थात इसके सम्बन्ध में कोई लिखित प्रमाण या सामग्री नहीं है।
अधऐतिहासिक काल Epochal period- पुरातात्विक और लिखित सामग्री प्राप्त हुई किन्तु अभी तक उसे पढ़ा नहीं जा सका है। उदा।:- सिंधुघाटी सभ्यता
ऐतिहासिक काल Historical period- इस काल का लिखित सामग्री प्राप्त हुआ है साथ ही पुरातात्विक दोनों के आधार पर अध्ययन किया जाता है।
प्राचीन भारतीय इतिहास की जानकारी के स्रोत (Sources of ancient Indian history information)
a . पुरातत्व सामग्री Archaeological materials - उत्खनन से प्राप्त सामग्री अवशेष ,समाक ,सिक्के ,भोजपत्र ,ताम्रपत्र ,अभिलेख ,
b. साहित्यिक स्रोत Literary sources
c. विदेशी यात्रियों का विवरण
नवपाषाण काल - आग , पहिया ,धातु की खोज और उपयोग
अभिलेख - सबसे प्राचीनतम अभिलेख 1400 ई. पू. का बोगज कोई अभिलेख है जो एशिया माइनर से प्राप्त हुआ है। इसमें इंद्र ,मित्र वरुण। दैविक देवताओं का उल्लेख है। इससे स्पस्ट होताहै की आर्य मध्य एशिया से आये थे.
भारत में सबसे पुराने अभिलेख सिंधुघाटी सभ्यता की अभिलेख है जो अभी तक पढ़े नहीं जा सके है।
भारत में सबसे प्राचीनतम अभिलेख जिसे पढ़ा जा सका है। अशोक का अभिलेख है जिसे सर्वप्रथम जेम्स प्रिंसेस ने 1837 पढ़ा था। इसकी भाषा प्राकृत भाषा है।
- अशोक के नास्कि और गुर्जरा अभिलेख में अशोक का नाम मिलताहै।
- भाब्रु अभिलेख में अशोक का नाम प्रियदर्शी के नाम से उल्लेखित है
- बेस नगर अभिलेख यूनानी राजपूत हेलियोडोरस द्वारा स्थापित किया गया था। इसे गरुण स्तम्भ भी कहते है।
- रुद्रदामन का जूना गढ़ अभिलेख संस्कृत भाषा का प्रथम अभिलिख है।
- ओडिसा का हाथी गुफा अभिलेख कलिंग राजा खारवेल और जैन धर्म से सम्बंधित है.
- प्रयाग स्तम्भ लेख समुद्रगुप्त से सम्बंधित हैइसकी रचना कवी हरिषेण ने की है।
- ऐहोल अभिलेख चालुक्य राजा पुलकेशीय से संभंधित है अभिलेख से पुलकेशीय और हर्षवर्धन के बिच हुए युद्ध की जानकारी मिलती है (नर्मदा तट पर)
- ऐहोल अभिलेख की रचना जैन कवि रविकीर्ति ने संस्कृत भाष ा में की थी।
- सागर से प्राप्त एरण अभिलेख 510 ई. मानजाता है जिसमे भानुगुप्त का अभिलेख मानजाता है इसमें उसके मंत्री गोपराज के युद्ध के दौरान मृत्यु के बाद उसकी पत्नी की सती होने का प्रमाण
सिक्के और मुद्राएं :-
प्राचीन कालीन सिक्के मुद्राएं कहलाते थे। ये चंडी के बने होते थे जिसमे पेड़,पौधे,पर्वत ,पुष्प ,अदि के ठप्पे लगे होते थे इस लिए इसे आहत सिक्के खा जाताहै।
- पहले यूनानी शासक के मुद्राओं पर लेख और तिथियां उत्कीर्ण मिलती है।
- सर्वाधिक मुद्राएं उत्तर मौर्य काल में विभिन्न धातुओं के थे. .
- सर्वाधिक सोने के सिक्के कुषाण के समय में परन्तु सर्वाधिक स्वर्ण मुद्राओं का चलन गुप्त काल में हुआ था।
- पांडिचेरी के अरिकामेडु में खुदाई के दौरान रोमन सिक्के प्राप्त किये गए है।
कम्बोडिया स्थित अंकोरवाट का मंदिर इनमे रामायण की चौपाईयां लिखी मिली है।
इंडोनेशिया का बोरोबुदुर मंदिर बौद्ध धर्म से सम्बंधित है।
अजंता गुफाओ की चित्रकला (प्राचीनतम) है।
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