** URJA SANSADHAN IN CG **
मानव सभ्यता के विकास का मुख्य आधार ऊर्जा है। ऊर्जा को दो भागो में बांटा गया है 1. परंपरागत और 2. गैर - परंपरागत है।
परंपरागत ऊर्जा :-स्रोत के अंतर्गत निम्न है - पेट्रोलियम कोयला और प्राकृतिक गैस
गैर - परंपरागत ऊर्जा :- इसके अंतर्गत निम्न है - सौर ऊर्जा , पवन ऊर्जा , जल ऊर्जा और बायोगैस
हमारे प्रदेश में ऊर्जा का प्रमुख संसाधन कोयला है। जिसके माध्यम से विधुत उत्पादन एवं औधोगिक क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान है.
परंपरागत ऊर्जा :-स्रोत के अंतर्गत निम्न है - पेट्रोलियम कोयला और प्राकृतिक गैस
गैर - परंपरागत ऊर्जा :- इसके अंतर्गत निम्न है - सौर ऊर्जा , पवन ऊर्जा , जल ऊर्जा और बायोगैस
हमारे प्रदेश में ऊर्जा का प्रमुख संसाधन कोयला है। जिसके माध्यम से विधुत उत्पादन एवं औधोगिक क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान है.
विद्युत :-
- विद्युत के लिए छत्तीसगढ़ एक सम्पन राज्य है ये देश के पहले जीरो पवार कट राज्य है।
- विद्युत उत्पादन कर वो अपने राज्य के साथ अन्य राज्यों मे भी विद्युत आपूर्ति करती है जैसे - दिल्ली , गोवा , गुजरात , और महाराष्ट्र ,है।
- यहाँ ताप विद्युत उत्पादन के साथ -साथ जलविधुत ,भी उत्पन्न होता है।
- छत्तीसगढ़ को एशिया का सबसे बड़ा ताप विद्युत केंद्र माना जाता है।
- छत्तीसगढ़ में प्रथम विद्युत सयंत्र की स्थापना 25 जून 1957 प्रारंभ हुआ।
- १मार्च १९५९ को वितरण प्रारंभ हुआ
- प्रारंभ में ३०-30 मेगावाट के 3 तथा 10 के एक सयंत्र की स्थापना की गयी।
- प्रथम विद्युत इकाई की स्थापना सोवियत संघ के सहयोग से की गयी।
केंद्रीय विधुत उपक्रम
NTPC(NATIONAL THERMAL POWER CORPORATION )जमनीपाली कोरबा
स्थापना - 1978 (पांचवी पंचवर्षी योजना काल )
उत्पादन प्रारम्भ - 1983
सहयोग - जर्मनी
कुल उत्पादन - 2600 मेगावाट
200 *3 =600 मेगावाट
500 *4 = 2000 मेगावाट
200 *3 =600 मेगावाट
500 *4 = 2000 मेगावाट
विद्युत आपूर्ति - छत्तीसगढ़ , मध्यप्रदेश , गोवा , महाराष्ट्र , गुजरात ,
विशेष - इसमें कच्चा मटेरियल कोयला ,और जल हसदेव नदी का जल लिया जाता है।
NTPC सीपत बिलासपुर :-
नाम - राजीव गांधी ताप विद्युत सयंत्र
स्थापना - 2002
उत्पादन प्रारंभ - 2008
कुल उत्पादन - 2980 मेगावाट
विशेष - ये बायलर तकनीक (सुपर क्रिटिकल तकनीक ) वाला देश का पहला परियोजना है।
जल की आपूर्ति हसदेव बैराज से किया जाता है।
N.S.POWER Co.BHILAI (भिलाई दुर्ग ) :-
स्थापना वर्ष -
कुल उत्पादन - 574 मेगावाट
250 *2 = 500 मेगावाट
30 *2 = 60 मेगावाट
14 *1 = 14 मेगावाट
विशेष - ये NTPC और SAIL के संयुक्त उपक्रम है।जिसम दोनों का 50 :50 का सेयर है।
NTPC लारा रायगढ़ :-
रायगढ़ के निकट लारा में है।
इसका कुल उत्पादन क्षमता 4000 मेगावाट है। पर पहले चरण में 1600 मेगावाट का उत्पादन पहले प्रारंभ किया जायेगा।
राज्य सरकार के विद्युत उपक्रम:-
कोरबा पूर्व ताप विद्युत गृह -
विद्युत गृह क्षमतामेगावाट परिचालन वर्ष
कोरबा पूर्व -2 200 1966 -68
कोरबा पूर्व - 3 240 1976 - 81
डॉ. शयामा प्रसाद 500 2007
मुखर्जी सयंत्र -
कोरबा पश्चिम ताप विद्युत गृह :-
कोरबा पश्चिम - 840 1983 -86
कोरबा पश्चिम 500 2013
विस्तार-
अन्य विद्युत केंद्र :-
मड़वा तेंदूभांठा
विद्युत गृह - 500 2016
भोरमदेव Co. GEn. 06 2006
कवर्धा -
NTPC सीपत बिलासपुर :-
नाम - राजीव गांधी ताप विद्युत सयंत्र
स्थापना - 2002
उत्पादन प्रारंभ - 2008
कुल उत्पादन - 2980 मेगावाट
विशेष - ये बायलर तकनीक (सुपर क्रिटिकल तकनीक ) वाला देश का पहला परियोजना है।
जल की आपूर्ति हसदेव बैराज से किया जाता है।
N.S.POWER Co.BHILAI (भिलाई दुर्ग ) :-
स्थापना वर्ष -
कुल उत्पादन - 574 मेगावाट
250 *2 = 500 मेगावाट
30 *2 = 60 मेगावाट
14 *1 = 14 मेगावाट
विशेष - ये NTPC और SAIL के संयुक्त उपक्रम है।जिसम दोनों का 50 :50 का सेयर है।
NTPC लारा रायगढ़ :-
रायगढ़ के निकट लारा में है।
इसका कुल उत्पादन क्षमता 4000 मेगावाट है। पर पहले चरण में 1600 मेगावाट का उत्पादन पहले प्रारंभ किया जायेगा।
राज्य सरकार के विद्युत उपक्रम:-
कोरबा पूर्व ताप विद्युत गृह -
विद्युत गृह क्षमतामेगावाट परिचालन वर्ष
कोरबा पूर्व -2 200 1966 -68
कोरबा पूर्व - 3 240 1976 - 81
डॉ. शयामा प्रसाद 500 2007
मुखर्जी सयंत्र -
कोरबा पश्चिम ताप विद्युत गृह :-
कोरबा पश्चिम - 840 1983 -86
कोरबा पश्चिम 500 2013
विस्तार-
अन्य विद्युत केंद्र :-
मड़वा तेंदूभांठा
विद्युत गृह - 500 2016
भोरमदेव Co. GEn. 06 2006
कवर्धा -
निजी क्षेत्र के ताप विद्युत केंद्र
- जिंदल पावर लिमिटेड नई दिल्ली द्वारा (1000 मेगावाट रायगढ़ )
- भिलाई पावर सप्लाई कं. लिमिटेड नई दिल्ली (५००मेगावट भिलाई )
- आर. पी. जी. कं. कलकत्ता (500 मेगावाट कोरबा )
- इंडियन थर्मल पावर लिमिटेड मुंबई (420 मेगावाट कोरबा )
- मध्य भारत कार्पोरेशन लिमिटेड रायपुर (300 मेगावाट )
- भैयाथान (सूरजपुर ) 1000 मेगावाट (500 *2 )ताप विद्युत परियोजना
- छत्तीसगढ़ राज्य एवं के. एस. के. का सयुंक्त उपक्रम चंपा - जांजगीर 150 मेगावाट
- छत्तीसगढ़ राज्य एवं गुजरात का सयुंक्त उपक्रम 500 मेगावाट
- कोरबा पूर्व ताप विद्युत गृह (चरण ट ) 2 *250 = 500 मेगावाट
- कोरबा पश्चिम विस्तार विद्युत केंद्र 500 मेगावाट (5 सितम्बर 13उत्पादन प्रारंभ )
- लोको अमरकंटक ताप विद्युत गृह २*250 = 500 मेगावाट
- ग्राम मड़वा ताप विद्युत परियोजना जिला जंजगीर -चांपा में २*500 = 1000 मेगावाट प्रस्तावित है।
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छत्तीसगढ़ के ऊर्जा स्रोत