Lunar mission of the world/ चंद्र मिशन एवं उनके प्रक्षेपण केंद्र इसरो(ISRO) की पूरी जानकारी


चन्द्रमा पर यान भेजने की कोशिश बहुत पहले से चल रही थी। चन्द्रमा आज भी रहश्य  बना हुआ है। साथियों हम आपको इस पोस्ट में चन्द्रमा में जानेवाले यान के बारे ने बायेंगे।  अबतक किन किन देशों ने चन्द्रमा में अपना यान उतरा और कितने यान  चन्द्रमा में भेजा है।  चन्द्रमा की महत्वपूर्ण जानकारी भी इकठ्ठा किया गया। चन्द्रमा में मानव रहित यान से  लेकर मानव युक्त यान भी भेजा गया है जिसके बारे में हम सभी जानते है की चन्द्रमा में पहले कदम रखने वाले पहले अंतरिक्ष यात्री कौन है ? जी हाँ नील आर्मस्ट्रांग यही पहले व्यक्ति थे जिसने चाँद पर पहला कदम रखा था।  साथियों अंतरिक्ष में जानेवाले पहले इंसान यूरी गागरिन  अंतरिक्ष में पहला अंतरिक्ष यान भेजनेवाला देश रूस है। भारत के राकेश शर्मा अंतरिक्ष में जाने वाले प्रथम भारतीय थे।  और दुनिया के 138 वे इंसान बने।
                                                 कई देशों ने अपना मून मिशन चलाया जिसमे भारत भी है भारत ने अपना पहला चंद्रयान -1 22 अक्टूबर 2008 को भेजा था।  जो सफल रहा।
चन्द्रमा पर किन किन देशों ने भेजा अपना चंद्रयान - 
चन्द्रमा पर चंद्रयान भेजने की प्रकिया 1959 से चल रही है जिसमे सबसे पहले सोवियत संघ रूस ने प्रारम्भ किया था। इसके साथ संयुक्त राज्य अमेरिका ,चीन, जापान ,इजराइल। भारत इस तरह ६ देश है जिन्होंने चन्द्रमा में यान भेजने की कोशिस किया जिसमे अबतक तीन देश ही चन्द्रमा में अपने यान की सफल लैंडिंग करा पाएं है। सोवियत संघ रूस , सयुंक्त राज्य अमेरिका ,और चीन , भारत का चंद्रयान -2 भी लगभग सफल रहा परन्तु वह अपना सॉफ्ट लैंडिंग करते समय चन्द्रमा से 2.1 किलोमीटर पहले उसका विक्रम लैंडरसे  संपर्क टूट जाने के कारन चन्द्रमा की तल पर  उसकी सॉफ्ट लैंडिंग नहीं हो पायी।
सोवियत संघ रूस द्वारा  चन्द्रमा में  भेजे जाने वाले यान - 
  चन्द्रमा में अपना यान  भेजनेवाले में  पहला देश बना जिसने अपने लूना प्रोग्राम चलाया।  सोवियत संघ रूस द्वारा चन्द्रमा पर पहला रोबोटिक यान भेजा गया इसकी सफलता उन्हें 1959 में मिला जिसमे उनके द्वारा लूना-2 को चन्द्रमा की कक्षा  में सफलता पूर्वक पहुंचाया।  12 सितम्बर 1959 को लूना -2 को लांच किया गया था।  इससे पहले रूस द्वारा लूना -१ लॉन्च जनवरी  1959 में लॉन्च किया जो की वीफल रहा।  इसके बाद लूना -2 को  लॉन्च किया गया।  इस तरह रूस द्वारा लूना प्रोग्राम दवरा लूना -24 जिसे अगस्त 1976 तक चलाया।   इसके आलावा रूस द्वारा  और कई महत्वपूर्ण जोंड स्पेस भी भेजा जिसमे से कुछ सफल हुआ। 
लिस्ट  :-

  • लूना -2  1959 -   सफल 
  • लूना -7 - 1965 -  सफल 
  • लूना-8  - 1965  - सफल 
  • लूना-9 -  1966 - सफल - चन्द्रमा पर उतरनेवाली पहली यान बना जो सॉफ्ट  
  • लूना - १० -सफल - चन्द्रमा की परिक्रमा करनेवाला पहला स्पेस यान बना 
  • लूना -13  1969 
  • लूना -15 - 1969 
  • लूना -16 - 1970 
इस सोवियत संघ द्वारा 1959 से 1976 तक लगातार एक के बाद एक लूना प्रोग्राम चलाया जिसमे लूना -24 अंतिम स्पेस था जिसे 11 अगस्त 1976 को लॉन्च किया गया था। जो सफल रहा था 
अमेरिका -
USA  पहला अपना यान पृथ्वी से बहार जाने के लिए 1958 में पायनियर (Able 1)  को छोड़ा जो की अमेरिका के USAF द्वारा छोड़ा गाया  यह पूर्ण रूप से विफल रहा।  इसके पश्चात् नशा (NASA)के द्वारा चन्द्रमा के किये अलग अलग प्रोग्राम चलाये गया जिसमे सबसे पहले रेंजर प्रोग्राम 1964 में प्रारम्भ किया ये मानव रहित चंद्रयान था जिसका उद्देश्य चन्द्रमा की सतह का क्लोज़ -अप तस्वीर निकलना था।
NASA  - अमेरिका की स्पेस सेंटर है जिसका full फॉर्म -

  •  N - national 
  • A - aeronautics 
  • S - spec
  • A - administration  
  राष्ट्रीय वैमानिकी अंतरिक्ष प्रबंध 

NASA कब बना ?
 ये स्पेस सेंटर संयुक्त राज्य अमेरिका है। जिसका गठन  १९ जुलाई 1948 में हुआ पहले इसे नेशनल एडवाइजरी  कमेटी फॉर एरोनॉटिक्स (N.A .C.A )के नाम से जाना जाता था।
संयुक्त राज्य अमेरिका के NASA   चंद्र मिशन के लिए  तीन program  चलाया जिसमे सबसे पहले
 1 रेंजर प्रोग्राम 1964 से 1965तक - 
 इसमें एक रेंजर 1 से रेंजर -9 तक लॉन्च किया जिसमे से निम्न सफल रहा।

  • रेंजर-7 ये 30 जुलाई 1964 को लॉन्च किया गया 
  • रेंजर -8 ये  20 फरवरी 1965 को छोड़ा गया था।  
  • रेंजर -9  24 मार्च 1965 को छोड़ा गया। 
 २.सर्वेयर-
 प्रोग्राम नासा द्वारा 1966 में प्रारम्भ किया गया जिसमे सात सर्वेयर छोड़ेगए जिसका उद्देश्य था चन्द्रमा में यान की सॉफ्ट लैंडिंग करना था।  ये रोबोटिक प्रोग्राम था ये 1968 तक चला।  जिसमे सर्वेयर 3 ,सर्वेयर 5 ,सर्वेयर 6 सर्वेयर -७ सफल रहे बाकि के सर्वेयर विफल रहे।
3 अपोलो (APOLLO)- प्रोग्राम -नासा द्वारा चलित तीसरा program जीसके माध्यम से  मानव को चन्द्रमा तक पहुंचाया गया।  इस प्रोग्राम के  Apollo 11  मानव युक्त पहला यान बना जिसमे 3 यात्री सवार थे जिसमे निल आर्मस्ट्रांग  पहले व्यक्ति बने जिसने Moon पर पहला कदम रखा था। और apollo -11 को 1969 में NASA द्वारा छोड़ा गया था।      

अपोलो 8 - 
अपोलो -10 - 
 अपोलो -11 -  जुलाई 1969
अपोलो -12 -नवम्बर -1969 
अपोलो -14 - फरवरी -1971 
अपोलो  15 -अगस्त -1971 
अपोलो -16 - अप्रैल 1972 
अपोलो -17 दिसंबर 1972 नासा द्वारा भेजे जाने वाला  
अंतिम apollo प्रोग्राम था।
इसके पश्चात NASA ने चंद्र मिशन में नही बेजा 
चीन -
CNSA full फॉर्म क्या है।?
यह चीन का अंतरिक्ष अनुसन्धान केंद्र है 

  • C - CHINA 
  • N - NATIONAL 
  • S - SPACE 
  • A -ADMINISTRATION 
चीनी राष्ट्रीय अंतरिक्ष प्रशासन( CHINA NATIONAL SPACE ADMINISTRATION )जिसे सॉर्ट में CNSA कहा जाता है। 
CNSA का गठन कब हुआ ?
इसका गठन 1993 में हुआ था।  इस अंतरिक्ष स्पेस प्रशासन को सबसे बड़ी सफलता तब मिली जब इन्होने 2003 में अपना पहला अंतरिक्ष यात्री भेजा जिसका नाम यांग लिवाई को भेजा ऐसा करने वाला तीसरा देश बना इससे पहले सोवियत संघ और अमेरिका अपना अंतरिक्ष यात्री भेज चूका है। 
 चीन अपना चंद्र मिशन प्रोग्राम चांग ई के नाम से चलाया जिसमे  चांग ई -1,2,3, को भेजा
चांग ई -01 - यह चन्द्रमा में भेजे जानेवाला प्रथम मून मिशन था जो की चीन द्वारा भेजा गया था। इसे चंद्र ऑर्बिटर अंतरिक्ष यान था यह चीनी चंद्र एक्सप्लोरेशन कार्यक्रम का प्रथम चरण था जिसे 2009 में भेजा गया।
चांग -ई 02 - यह चन्द्रमा परिक्रमा करते हुए पहला आंकड़ा 2011 में भेजा गया। यह पृथ्वी से लगभग 17 लाख किलोमीटर पर चक्कर लगा रहा था।
चांग ई -3 - पहला moon लैंडर प्रोग्राम था जिसे चीन द्वारा सफलतापूर्वक लॉन्च किया था।  इसे 1 दिस्मबर 2013 को  गया था। 
चांग  ई  -4 यह चाँद के सनसे सुदूर हिस्से में यान उतरने वाला पहला देश बना। 
इजराइल - 
इजराइल द्वारा अपना पहला निजी चंद्र अभियान था जिसके अंतर्गत बोरेशिट अंतरिक्ष यान को  22 फरवरी 2019 को सफलता पूर्वक लॉन्च कियाचन्द्रमा में लैंडिंग के समय वह  क्रैश हो गया।
भारत (इंडिया )- 
 भारत देश में चंद्र यान सबसे पहले चंद्रयान -1 को लॉन्च किया गया।  जो भारत का पहला चंद्र मिशन  था। जिसे 22 अक्टूबर 2008 को लॉन्च किया गया।  इसके बाद चंद्रयान -2 22 जुलाई 2019 को लॉन्च किया था। 
भारत का अंतरिक्ष अनुसन्धान  केंद्र के बारे में जानते है।
इसरो का फुलफॉर्म =
ISRO -
  • I = Indian 
  • S = Space 
  • R = research 
  • O =organisation 
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन 
ISRO कब बना ?
इसरो की स्थापना 15 अगस्त 1969 को अस्तित्व में आया। और इसका पहला उपग्रह आर्यभट था जिसे 1975 में रूस द्वारा छोड़ा गया था। ISRO का मुख्यालय बेंगलुरु में स्थित है। 
इसरो दवरा अबतक प्रमोचित उपग्रह की संख्या 
104 अंतरिक्ष मिशन  ७३ प्रमोचन मिशन  १० विद्यार्थी उपग्रह , २ पुनः प्रवेश मिशन , 297 विदेशी उपग्रह 
भारत में चंद्रयान -1 
 22 अक्टूबर 2008 को शातिश धवन स्पेस सेंटर से छोड़ा गया। 
चंद्रयान 2 की जानकारी यहाँ देखें 
जापान - 
 JAXA -
 जापान की एरोनॉटिक्स स्पेस एजेंसी है।  जिसके द्वारा जापान अपना अंतरिक्ष प्रोग्राम चलता है। 
JAXA का full फॉर्म

  • J - जापान 
  • A -एरोस्पेस 
  • X - एक्सप्लोरेशन 
  • A -एजेंसी 

स्थापना - 1 अक्टूबर 2003 
ISAS -इंस्टीटूट ऑफ़ एरोनॉटिकल साइंस (अंतरिक्ष और अंतरिक्ष विज्ञान  विज्ञान संस्थान) यह jaxa  का ही  एक भाग है 
 यहाँ भी देखें 
👉छत्तीसगढ़ नगरपंचायत ,नगरपालिका ,एवं नगर निगम विशेष एवं वर्ग वार सीट आबंटन देखें
👉चंद्रयान -2 प्रतियोगी परीक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण
👉ctet सम्बन्धी महत्वपूर्ण जानकारी CTET DECEMBER-2019 के लिए ONLINE FORM ..
👉छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल द्वारा आयोजित परीक्षा की Question paper ,मॉडल answer ,result देखें अपने मोबाइल पर। ..

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