chhattisgarh ki jalvayu / छत्तीसगढ़ की जलवायु

            ***     छत्तीसगढ़ की जलवायु /CHHATTISGARH KI                                                          JALVAYU ***
  छत्तीसगढ़ की जलवायु /CHHATTISGARH KI  JALVAYU

  • छत्तीसगढ़ की जलवायु को अक्षांश ,सापेक्षित स्थिति तापमान विकिरण की मात्रा वायुदाब हवाओ की दिशा ,सापेक्षित एवं विशिष्ट आद्रता संघनन वाष्पीकरण चक्रवात एवं  प्रभावित करते है। 
  • प्रसेश में दक्षिण -पश्चिम मानसूनी हवाओ से वर्षा होती है। 
  • यहाँ की जलवायु को मानसूनी जलवायु हते है।  
  • छत्तीसगढ़ के उत्तरी भाग से कर्क रेखा गुजरती है। जिसके कारण मार्च से 15 मई तक अधिक गर्मी पड़ती है।  अतः यहाँ की जलवायु को उष्ण कटिंबंधी जलवायु कहते है। 
छत्तीसगढ़ की जलवायु को 3 भागो में विभक्त किया जाता है:-
  1. ग्रीष्म ऋतू :- 16 फरवरी से 15 जून 
  2. वर्षा ऋतू :- 16 जून से 15 अक्टुबर तक 
  3. शीत ऋतू :- 16 अक्टूबर से 15 फरवरी 
ग्रीष्म ऋतू :-
  • सर्वाधिक गर्म महीना :- मई 
  • सर्वाधिक गर्म स्थान :- चांपा 
  • सर्वाधिक तापान्तर माह :- मार्च 
  • सर्वाधिक औसत वार्षिक तापमान - रायगढ़
वर्षा  ऋतू :- 
  • औसत वार्षिक वर्षा - 120 -140 से. मी. 
  • वर्षा की प्रकृति  - मानसूनी होती है 
  • सर्वाधिक वर्षा वाला क्षेत्र - अभुझमाड 
  • सर्वाधिक वर्षा वाला जिला -  जशपुर 
  • न्यूनतम वर्षा वाला जिला - कवर्धा (कबीरधाम ) वृष्टि छाया प्रदेश 
  • हमारे प्रदेश में वर्षा मुख्य रूप से दक्षिण -पश्चिम मानसून की बंगाल की खाड़ी से होती है।  
शीत ऋतू :-

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