छत्तीसगढ़ में पत्रकारिता का इतिहास &छ. ग. के समाचार पत्र

        छत्तीसगढ़ में पत्रकारिता का इतिहास &छ. ग. के समाचार पत्र 

छत्तीसगढ़ में पत्रकारिता का इतिहास आजादी से  पहले का है इसमें कुछ समाचार पत्र और पत्रिकाएं   भी है जो की महत्वपूर्ण है।  जिनके बारे में आज जानेगें।  छत्तीसगढ़ में पत्रकारिता का जनक  - माधवराव सप्रे को  कहा जाता है।  पत्रकारिता में विशेष कार्य करने  वालों को चंदूलाल चंद्राकर स्मृति राज्य अलंकरण पुरस्कार प्रदान की जाती है।  ये पुरस्कार दोनों स्तर  प्रिंट मीडिया हो या इलेक्ट्रॉनिक मीडिया दोनों स्तर  पर दी जाती है। मधुकर खेर सम्मान राज्य में इंग्लिश  प्रिंट मिडिया को दिए जाने वाले पुरस्कार है।  छत्तीसगढ़ के  समाचार पत्र एवं पत्रिकाएं जो की महत्वपूर्ण है
 

      प्रजाहितैषी -
प्रकाशन - 1889
स्थान - राजनांदगाव
संपादक - भगवानदीन सिरोकिया
विशेष - इसका एक भी अंक प्राप्त नहीं होने के कारण इसे छत्तीसगढ़ का प्रथम समाचार पत्र  नहीं माना   जाता है।
छत्तीसगढ़ मित्र -
प्रकाशन वर्ष  - 1900
प्रकाशन स्थान - पेंड्रारोड बिलासपुर
मुद्रण स्थल - रायपुर
प्रकाशक -माधवराव सप्रे
विशेष -

  1. छत्तीसगढ़ का पहला समाचार पात्र है। 
  2. प्रथम साप्ताहिक समाचार पात्र है। 
  3. 32 पन्नो का समाचार पत्र  है। 
महाकौशल -
प्रकाशन - 1936
स्थान - रायपुर
संपादक - पं. रविशंकर शुक्ल
विशेष --

  1. पहले इसका प्रकाशन साप्ताहिक समाचार पत्र के रूप में हुआ फिर 1951 में इसे एक दैनिक समाचार पत्र के रूप में प्रकाशित किया गया। 
  2.  छत्तीसगढ़ का प्रथम दैनिक समाचार पत्र है। 
छत्तीसगढ़ी :-
 इसका प्रकाशन छत्तीसगढ़ी भाषा में किया गया 
प्रकाशन वर्ष -1955 
स्थान - रायपुर 
प्रकाशक - गजानंद माधव मुक्तिबोध 

बस्तरिया :-
प्रकाशन - 1984 
स्थान - जगदलपुर  
प्रकाशक - लाला जगदलपुरी 
हल्बी भाषा में प्रकाशित राज्य का प्रथम समाचार पत्र है 
  • छत्तीसगढ़ में इंग्लिश में प्रकशित प्रथम समाचर पत्र इंडिया कलिंग (india colling )है।  जिसका प्रकाशन 1953 में किया गया। 
  • नवभारत का प्रकाशन -1959 में हुआ। 
  • नई दुनिया - इसका प्रकाशन 1959  को हुआ 1974 में इसका नाम बदल कर "देशबंधु "कर दिया गया। 
  • दैनिक भास्कर :- यह प्रदेश का सबसे बड़ा समाचार पत्र है।  जिसका प्रकाशन 1991 से हुआ है। 
  • कान्य कुब्ज पत्रिका  - प्रकाशक  पं.  रविशंकर शुक्ल 
  • राष्ट्र बंधू पत्रिका - 1910 में हुआ  संपादक  - ठाकुर प्यारेलाल सिंह 
  • कर्मभूमि पत्रिका - 1920  संपादक - माखनलाल चतुर्वेदी 
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1 Comments

  1. छत्तीसगढ़ मित्र पेण्ड्रारोड से नही पेण्ड्रा से निकाल गया था, पेण्ड्रारोड रेलवे स्टेशन का नाम है.. कृपया जानकारी सुधारे..

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