छत्तीसगढ़ में राज्योत्सव का इतिहास 2001 से अब तक की सामन्यज्ञान




छत्तीसगढ़ का निर्माण देश की एक विस्मरनिय घटना है। 01 नवम्बर 2000 इतिहास में दर्ज होचुकी है। 31 अक्टूबर 2000 की मध्य रात्रि कांग्रेस के विधायक दल के नेता के रूप में (मुख्यमंत्री )अजित जोगी जी ने सपथ ग्रहण की।
 राज्य की तक़दीर लिखने का सिलसिला प्रारम्भ हुआ।  छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमत्री के रूप में अजित जोगी जी ने ली। फिर एक वर्ष बाद 01 नवम्बर 2001 को छत्तीसगढ़ राज्योत्सव का आयोजन प्रारम्भ हुआ। तब से अबतक हरवर्ष राज्योत्सव का आयोजन किया जाता है।
वर्ष 2001 का राज्योत्सव
छत्तीसगढ़ राज्य बनाने के बाद ये पहला राज्योत्सव रहा जिसमे छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री अजीत जोगी  जी द्वारा विशेष तैयारियां की गयी। इस कार्यक्रम की मुख्यातिथि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष और तात्कालिक लोकसभा  नेता प्रतिपक्ष सोनिया गाँधी द्वारा सुभारम्भ किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता छत्तीसगढ़ की तात्कालिन  राज्यपाल दिनेश नंदन सहाय द्वारा किया गया।  यह कार्यक्रम पुलिस परेड ग्राउंड रायपुर में  किया  गया। छत्तीसगढ़ में रायपुर की पुलिस परेड ग्राउंड का अपना एक महत्त्व है। क्योंकि छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के समय पुलिस परेड मैदान में ही सपथ ग्रहण समारोह कार्यक्रम रखा गया। सोनिया गाँधी ने अपने प्रवास के दौरान कालीबाड़ी स्थित पूर्व प्रधान मंत्री स्व.इंदिरा गाँधी की प्रतिमा का अनावरण किया
2002 राज्योत्सव 
छत्तीसगढ़ के राज्योत्सव 2002 में  विशेष अतिथि आमंत्रित नही किया गया . इस वर्ष के अतिथि  मुख्यमत्री अजीत जोगी  और राज्यपाल  दिनेश नंदन सहाय ने उद्घाटन किया और समापन भी किया।
2003 राज्योत्सव
 इस राज्योत्सव का उद्घाटन इस समय के तात्कालिक राज्यपाल के एम् सेठ ने किया था।
2004 राज्योत्सव -
राज्य के 4 थी वर्षगाठ बहुत  रही। इसा बार चुनाव के बाद छत्तीसगढ़ की पहला निर्वाचित मुख्यमत्री डॉ. रमन सिंह  आयोजन के केंद्र  में थे  क्योकि वो राज्य के प्रथम निर्वाचित मुख्यमंत्री बने। इस राज्योत्सव के उद्घाटन समारोह  मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ के शिल्पीकार पूर्व प्रधानमंत्री  अटल बिहारी वाजपेयी आमंत्रित किये गए थे।
 पूर्व प्रधानमंत्री ने अपनी कविता "हार नहीं मानूंगा "....  का वचन भी किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता तात्कालिन राज्यपाल के.एम. सेठ कर रहे थे। राज्यपाल ने अपनी वक्तव्य में वाजपेयी  छत्तीसगढ़ की निर्माण कर्ता के रूप में कहा था।
समापन समारोह के मुख्यातिथि पूर्व उपप्रधान मंत्री लालकृष्ण अडवाणी  थे। इन्होने पूर्व मुख्यमंत्रीयों श्री गोविन्द नारायण सिंह ,सुंदरलाल पटवा और श्यामाचरण शुक्ला को विशेष रूप से सम्मानित किया।
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2005 राज्योत्सव -
छत्तीसगढ़ की इस राज्योत्सव के उद्घाटन  समारोह के मुख्यातिथि के रूप में उपराष्ट्रपति बैरों सिंह शेखावत थे जिसने छत्तीसगढ़ की भूरी भूरी प्रशंसा की और आदिवासी की जंगल की रक्षा करने की  बात कही।
  इस राज्योत्सव के समापन समारोह के मुख्यातिथि राजयपाल के.एम सेठ ने कहा की पिछले पांच सालों में छत्तीसगढ़ उद्योग और अधोसंरचना में तेजी से विकास कर रहा है।
2006 राज्योत्सव 

 इस रायोत्सव के उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि राजस्थान के  तत्कालीन मुख्यमंत्री सुश्री वसुंधरा राजे सिंधिया थी। और समापन समारोह के मुख्य अतिथि मिसाइल मेन कहे जाने वाले राष्ट्रपति डॉ ए.पी. जे. अब्दुल कलाम थे।  डॉ कलम के भाषण को अंग्रेजी से हिंदी में ट्रांसलेट करते हुए राज्यपाल के. एम सेठ कहा की  भावना छत्तीसगढ़ के लिए विशेष स्नेह व् अनुकम्पा लिए हुए है।
 2007 राज्योत्सव 
इस वर्ष की राज्योत्सव अपने आप में विशेष रहा क्योंकि मुख्यमत्री डॉ रमन सिंह ने छत्तीसगढ़ी को राज्य भाषा  बनाने की घोषणा किया। और मुख्यमत्री खाद्यान योजना की घोषणा की जिसमे गरीब परिवार को सस्ती डरो में अनाज वितरण करना था।  इसके मुख्य अथिति लालकृष्ण आडवाणी जी थे। इस राज्योत्सव में 14000 दैनिक कर्मचारी को नियमित करने की घोषणा मुख्यमत्री द्वारा किया गया। और समापन समारोह के मुख्यातिथि भारतीय जनता पार्टी के तत्कालीन अध्यक्ष राजनाथ सिंह थे।
2008 राज्योत्सव -
यह राज्योत्सव विशेष आकर्षण का केंद्र रहा जिसमे देश भर के कलाकार यहाँ ये और अन्य क्षेत्रों के विशेषज्ञ भी एते रहे इस राज्योत्सव के मुख्य अतिथि तत्कालीन राजयपाल ई.एस एल नरसिम्हन थे। मुख्यमत्री डॉ रमन सिंह ने कहा की छत्तीसगढ़िया सेबल बढ़िया का नारा सार्थक होने लगा है। समापन समारोह का मुख्य अतिथि राजयपाल श्री नरसिम्हन थे।
2009 राज्योत्सव -
राज्योत्सव का यह आयोजन छत्तीसगढ़ को एक नयी दिशा में ले जाने वाले  साबित हुआ। क्योंकि इसके बाद अनेक व्यावसायिक समूहों ने विद्युत उत्पादनके लिए सरकार से समझौता किया। राज्य में धान खरीदी का भी कीर्तिमान स्थापित किया। उद्घाटन समारोह का  मुख्य अतिथि तत्कालीन राज्यपाल श्री नरसिम्हन थे।
  समापन समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में मध्यप्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान थे
2010 राज्योत्सव 
इस राज्योतसव में तीन राज्य के मुख्यमत्रीयों को आमंत्रित किया गया जिसमें उत्तराखंड  के मुख्यमत्री  रमेश पोखरियाल निशक और  झारखंड के मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि थे।
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2011 राज्योत्सव  -
उद्घाटन समारोह  के मुख्य अतिथि तत्कालीन राज्यपाल शेखर दत्त थे।  इस राज्योत्सव की मुख्य विशेषता थी की देश में सर्वाधिक चावल उत्पादन राज्य का पुरस्कार मिला था। और प्रदेश में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी  में नया कीर्तिमान स्थापित किया 50 लाख मेट्रिकटन से अधिक धान खरीदी की गयी।
     समापन समारोह  के मुख्य अतिथि पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ मुरली मनोहर जोशी थे।
2012 राज्योत्सव -
ये राज्योत्सव विशेष रहा क्योंकि पहली बार राज्योत्सव का आयोजन नयी राजधानी में हुआ।  और राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने नया  रायपुर में नया मंत्रालय भवन का लोकार्पण किया। इस दौरान राज्योत्सव का उद्घाटन भाजपा अध्यक्ष नितिन गटकरी ने किया।
इस अवसर पर राष्ट्रपति द्वारा विशिष्ट व्यक्तियों को राज्य अलंकरण से विभूषित किया।
2013 राज्योत्सव -
इस राज्योत्सव का आयोजन श्यामा प्रसाद मुखर्जी उद्योग एवं व्यापर परिसर नया रायपुर  मे किया गया।  मुख्य अतिथि राजयपाल सेखर दत्त थे।
2014 राज्योत्सव -

2015 राज्योत्सव -
2016 राज्योत्सव - 
छत्तीसगढ़ राज्योत्सव 2016 के मुख्य अतिथि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी थे।  इस राज्योत्सव में प्रधान मंत्री द्वारा कई योजनाओं   प्रारम्भ किया जिसमे सौर सुजला योजना ,जंगल सफारी नंदन कानन ,नया रायपुर ,उज्जवला योजना के तहत महिलाओ को रसोई गैस दिया गया।
2017 राज्योत्सव -
उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि  उप राष्ट्रपति एम वैंकैया नायडू करेंगे वही समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद होंगे
2018 राज्योत्सव - 
राज्योत्सव 3 दिवशीय रहा जिसे श्यामा प्रसाद मुखर्जी उद्योग एवं व्यापर परिसर में रखा गया।
2019 राज्योत्सव -  
इस राज्योत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गाँधी को आमंत्रित किया गया था परन्तु उनका दौरा रद्द हो गया जिसके कारण उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में  मुख्यमंत्री माननीय  भूपेश बघेल  यह कार्यक्रम साइंस कॉलेज मैदान में रखा गया है। इसके समापन समारोह के मुख्य अतिथि विधान सभा अध्यक्ष श्री चरण दास महंत होंगे।आज छत्तीसगढ़ के छत्तीसगढ़ी गीत
 "अरपा पैरी के धार महा नदी हे अपार।" ...... को राजकीय गीत घोसित किया गया। राज्यपाल के आग्रह पर इस बार राज्योत्सव को तीन दिन से बढाकर 5  दिन किया गया।
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