बस्तर का इतिहास -
भारत में छत्तीसगढ़ राज्य के बस्तर जिला अपने आप में अनोखी संस्कृति और प्राकृतिक दृश्यों से परिपूर्ण है जहाँ जनजाति संस्कृति ,मनमोहक परिदृश्य ,जो की बरबस ही सैलानियों को अपनी ओर खींचती है। प्रकृति प्रेमियों के लिए ये जिला बहुत ही सुन्दर स्थान है। ठीक है साथियों आज हम बस्तर जिला के बारे मे कुछ महत्वपूर्ण बातों को जानेगे जो की आगामी परीक्षा एवं सामान्यज्ञान दृस्टि से महत्वपूर्ण है।
जिला बस्तर प्राकृति धनधान्य से परिपूर्ण है ,बड़े बड़े पहाड़ पर्वत जंगल वन्य जीव से भरापूरा बस्तर जिला पहले रियासत हुआ करता था।
बस्तर रियासत का इतिहास
बस्तर रियासत 1324 ईस्वी के लगभग स्थापित हुई। इसके संस्थापक काकतीय वंश के अन्नम देव थे। इसके बाद महाराजाओं के नाम हमीर देव ,बैताल देव ,पुरुसोत्तम देव ,प्रताप देव (इन्हे ही बस्तर रियासत के सस्थापक माना गया) दिक्पालदेव ,राजपालदेव ,और अंतिम शासक में प्रवीरभंज देव को माना जाता है जिसने 1936 से 1948 ईस्वी तक शासन किया इसके बाद 1948 में भारत गणराज्य में शामिल कर गया।
बस्तर रियासत की राजधानी के लिए पहले बस्तर नगर बसाया गया बाद में इसकी राजधानी स्थानांतरण हो के जगदलपुर लाया गया। बस्तर की आराध्य देवी दंतेश्वरी है।
बस्तर की जीवनदायनी नदी के रूप में इंद्रावती नदी है जो बस्तर के लोगो भक्ति का प्रतिक है इंद्रावती नदी के किनारे में राजधानी जगदलपुर बसा हुआ है। जो की जनजाति कलासंस्कृति का केंद्र है। यहाँ विज्ञान मानव संग्रहालय भी उपस्थित है। जो आदिवासी कला संस्कृति का केंद्र है।
बस्तर जिला की जनसंख्या -
जनगणना 2011
बस्तर जिला
उपनाम - साल वनो का द्वीप , जनजातियों की भूमि
जिला कब बना - 1948
जिला मुख्यालय - जगदलपुर
जनसँख्या जनगणना 2011 के अनुसार - 834,375
महिला -4,20,669 पुरुष -4,13,706
क्षेत्रफल -3,92,092 हेक्टेयर ( 6596.90 वर्ग किमी )
शिक्षा -
१ शासकीय तकनिकी महाविद्यालय जगदलपुर
२ बस्तर विश्वविद्यालय जगदलपुर (शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय जगदलपुर)
३ स्वर्गीय बलिराम कश्यप चिकित्सा महाविद्यालय जगदलपुर
४ गुण्डाधुर कृषि महाविद्यालय जगदलपुर
सिमावर्ती जिला - सुकमा ,कोण्डागांव ,बीजापुर और दंतेवाड़ा
सीमावर्ती राज्य - ओडिशा
तहसील - (7 ) बस्तर ,लोहंडीगुड़ा ,जगदलपुर ,तोकापाल ,बास्तानार , दरभा ,बकावण्ड
विकासखंड -7 बस्तर ,लोहंडीगुड़ा ,जगदलपुर ,तोकापाल ,बास्तानार , दरभा ,बकावण्ड
नगरनिगम - जगदलपुर
विधानसभा - संख्या -३ बस्तर (ST) चित्रकोट (ST) जगदलपुर (ST)
लोकसभा - बस्तर (ST)
खनिज-
हिरा - तोकापाल
बाक्साइड - आसना , तारापुर , क़ुदरवाही
अभ्रक - दरभाघाटी
उद्योग -
नगरनार स्थित नगरनार इस्पात सयंत्र (NMDC) द्वारा संचालित
जनजाति - गोड़ ,भतरा ,धुरवा ,मारिया ,मुरिया हल्बा (70 % से अधिक जनजाति निवासरत है। इसीलिए जनजाति की भूमि कहा जाता है )
राजमार्ग - दो राष्ट्रीय राजमार्ग - NH -30 (कवर्धा ,बेमेतरा ,रायपुर ,धमतरी ,कांकेर ,कोण्डागांव ,बस्तर ,सुकमा )
NH 63 -(बीजापुर दंतेवाड़ा जगदलपुर (बस्तर) विशाखापत्तनम)
इससे निकले जिला - बस्तर अब तक तीन बार विभाजित हो गया है जिसमे से चार नए जिला बनाया गया।
1998 - कांकेर ,दंतेवाड़ा
2007 - नारायणपुर
2012 - कोण्डागांव
प्रमुख पर्यटन क्षेत्र - चित्रकोट जलप्रपात ,तीरथगढ़ जलप्रपात ,कुटुम्बसर गुफा ,कैलाशगुफा,नारायणपाल मदिर ,चित्रधारा जलप्रपात।
बस्तर जिला जुड़े महत्वपूर्ण प्रश्न -
प्रश्न- बस्तर जिला की स्थापना कब हुई ?
उत्तर -1948
प्रश्न -बस्तर संभाग में कितने जिले है ?
उत्तर -
प्रश्न - बस्तर विद्रोह कहाँ हुआ ?
उत्तर -
प्रश्न- बस्तर विद्रोह के प्रमुख कारण क्या थे ?
उत्तर -
प्रश्न -बस्तर में कौन कौन से आदिवासी समुदाय रहते है ?
उत्तर -गॉड ,भतरा ,मुरिया ,मारिया ,हल्बा ,कोया (70 प्रतिशत )
प्रश्न -बस्तर का खुनी इतिहास के लेखक कौन है ?
उत्तर -गणपत लाल साव बिलासपुरी
प्रश्न -जगदलपुर के राजा कौन है ?
उत्तर -प्रवीर चंद भंजदेव
प्रश्न -बस्तर के गोदावरी अंचल में कौन से जनजाति निवास कराती है ?
उत्तर -कोया जनजाति
प्रश्न -बस्तर विद्रोह के नेता कौन थे ?
उत्तर- गुण्डाधुर
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